ApnaCg @अदाणी फाउंडेशन ने स्कूलों-आंगनबाड़ियों में किया फर्नीचर और खेल सामग्रियों का वितरण।
रूपचंद रॉय
शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में किया वाटर कूलर का उद्घाटन
मस्तूरी/पचपेड़ी । बिलासपुर जिले के मस्तूरी ब्लॉक में अदाणी फाउंडेशन द्वारा स्कूलों और आंगनबाड़ियों में फर्नीचर और खेल सामग्री का वितरण किया गया है। अदाणी सीमेंट के एसीसी चिल्हाटी परियोजना के सामाजिक सहभागिता के अंतर्गत अदाणी फाउंडेशन द्वारा ग्राम विद्याडीह, गोड़ाडीह, बोहरडीह, भरकुंडा और लोहर्सी गांव में बीते सप्ताह एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रखंड शिक्षा अधिकारी शिवराम टंडन थे।
वहीं, अन्य प्रमुख अतिथियों में जनपद पंचायत मस्तूरी के सभापति अशोक दिनकर, सरपंच लक्ष्मी भार्गव और महिला एवं बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर ज्योति यादव तथा एसीसी सीमेंट चिल्हाटी के उप महाप्रबंधक पीपी पांडेय शामिल थे। इस दौरान अतिथियों द्वारा ग्राम भुरकुंडा और बोहरडीह के शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पेयजल के लिए लगाये गए वाटर कूलर का पूजन और फीता काटकर उद्घाटन किया गया। इसके साथ ही विद्याडीह, गोडाडीह और लोहर्सी गांव के मध्य स्कूलों तथा आंगनबाड़ियों में टेबल-चेयर सहित अन्य खेल सामग्रियां वितरित की गई। इस मौके पर प्रखंड शिक्षा अधिकारी ने अदाणी फाउंडेशन के इस सराहनीय कार्य की प्रशंसा करते हुए विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस कार्यक्रम में स्कूलों के शिक्षक, विद्यार्थी, ग्रामीण महिलाएं, अदाणी फाउंडेशन की टीम और ग्रामवासी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
अदाणी समूह द्वारा अपने सामुदायिक सरोकारों के तहत जिला बिलासपुर सहित चार जिलों सरगुजा, दुर्ग, बलोदाबाजार-भाटापारा और छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शिक्षा, स्वास्थ्य, अधोसंरचना विकास तथा आजीविका उन्नयन के कई कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। अदाणी समूह द्वारा सरगुजा जिले के आदिवासी बहुल क्षेत्र उदयपुर में अदाणी फाउंडेशन के माध्यम से गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए 900 से अधिक आदिवासी बच्चों को अदाणी विद्या मंदिर में गुणवत्ता युक्त निःशुल्क शिक्षा सहित पौष्टिक भोजन, गणवेश, किताब, कॉपी, स्कूल बैग इत्यादि प्रदान किए जा रहे हैं। साथ ही रायपुर के तिल्दा और रायगढ़ जिले के तमनार और पुसौर विकासखंडों में प्रतिभावान आदिवासी बच्चों को नवोदय कोचिंग तथा युवाओं को जॉइन्ट इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी ऑनलाइन कोचिंग के माध्यम से निःशुल्क कराई जा रही है। इसके अलावा युवाओं और महिलाओं को आत्मनर्भर बनाने कौशल विकास केंद्र में कई जीविकोपार्जन पाठ्यक्रम चलाए जा रहे हैं।