ApnaCg@नए भवन के इंतजार में आत्मानंद के बच्चों को कीचड़ से गुजरना पड़ रहा है
जितेंद्र पाठक/लोरमी@अपना छत्तीसगढ़ – आत्मानंद स्कूल की बिल्डिंग बनने के कारण स्कूल के बच्चों को अन्य शासकीय स्कूलों के भवनों में शिफ्ट किया गया है। मगर पहली से पांचवी के बच्चों को जिस भवन में बैठा जा रहा है , उस भवन की स्थिति खुद कई सालों से जर्जर है। मानस मंच के पास स्थित इग्नाइट अंग्रेजी माध्यम स्कूल कि भवन खुद जीर्णोद्धार के इंतजार में है। कांग्रेस सरकार के द्वारा शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए प्रदेश में आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल संचालित किया जा रहा है। जिसके तहत लोरमी नगर में भी आत्मानंद स्कुल संचालित हो रहा है। आत्मानंद स्कूल महंत जगन्नाथ दास हायर सेकेण्डरी स्कूल में संचालित हो रहा था, नई बिल्डिंग की स्वीकृति मिलने के बाद यहां अध्ययनरत छात्र छात्राओं को अन्य शासकीय स्कूल के भवनों में भेजा जा रहा है।
फिलहाल पुराने हाईस्कुल में आत्मानंद स्कूल संचालित किये जाने के लिए नवीन भवन का निर्माण किया जा रहा है, जिसके चलते आत्मानंद स्कुल का संचालन तीन अन्य स्कूलों में किया जा रहा है। क्लास 1 से 5 तक नगर के वार्ड क्रमांक 7 मानस मंच के पास स्थित इग्नाइट अंग्रेजी माध्यम स्कूल में लगभग 250 छात्र, क्लास 6 से 9 तक महंत जगन्नाथ दास हायर सेकेण्डरी स्कुल के अतिरिक्त कमरे में लगभग 150 छात्र एवं सारधा स्थित भवन में क्लास 9 से 12 क्लास के लगभग 200 छात्र अध्यापन करते हैं। आपको बताना चाहेंगे कि क्लास से 1 से 5 तक जो इग्नाइट अंग्रेजी स्कूल , मानस मंच के पास संचालित हो रही है वह काफी जर्जर व पुराने खपरैल भवन में संचालित हो रहा है। इस भवन में उपर से पानी टपकता रहता है।
स्कूल पहुंचने तक के रास्ते मैदान में पानी भरा रहता है क्लास 1 से 5 के छात्र-छात्राओं को मानस मंच से लेकर स्कुल जाने या फिर मुख्य मार्ग से स्कुल जानेवाले मार्ग के बीच काफी कीचड़ रहता है, जिसके कारण छात्रों सहित पालकों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ता है। इस दौरान छोटे-छोटे बच्चों के यूनिफार्म खराब हो जाते हैं। वहीं स्कूल परिसर के अंदर पानी भरे होने के कारण छात्र खेल भी नहीं पाते । खेलते हैं तो कीचड़ लगने का डर बना रहता है। इसी तरह सारधा स्थित भवन में संचालित क्लास 9 से 12 क्लास के स्कुल भवन जाने वाले मार्ग में भी पानी भरा रहता है। पानी निकासी के लिए स्कुल प्रबंधन के द्वारा किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। इस स्कुल में अध्ययनरत छात्रों की समस्या को लेकर किसी भी प्रकार से कोई मानिटरिंग नहीं की जाती है और ना ही पालकों के शिकायत पर स्कुल विभाग के जिम्मेदार अधिकारी ध्यान देते हैं, ऐसे में छत्तीसगढ़ सरकार के एक महत्वाकांक्षी शिक्षा योजना महज एक औपचारिकता न रह जाये।
मानस मंच के पास गेट को नहीं खोला जाता
स्कूल के मानस मंच कथा स्थल के पास एक लोहे का गेट है जो मानस मंच में खुलता है, जिसमें ताला लगा हुया है। कई बार पालकों के द्वारा उक्त गेट से बच्चों को आने जाने के लिए खोले जाने के लिए कहा गया है फिर भी उक्त गेट को नहीं खोला जाता। ऐसे में बच्चों को कीचड़ युक्त रास्ते से होकर जाना पड़ता है।
पालकों के द्वारा समस्या बताने पर ध्यान नहीं दिया जाता
स्कूल में ऐसी समस्या को लेकर पालकों के द्वारा स्कुल के प्राचार्य व शिक्षक को जानकारी दी जाती है, तो इसमें किसी भी प्रकार से ध्यान नहीं दिया जाता है। ऐसा आरोप पालकों के द्वारा स्कूल प्रशासन के ऊपर लगाया जा रहा है। आपको बता दें कि पालक अपने बच्चों को प्रायवेट स्कूल से निकालकर स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम में भर्ती कराया गया, अगर इसी तरह से बर्ताव रहा तो पालक अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा के लिए फिर से प्रायवेट स्कुलों में भर्ती करने विवश होंगे।
उक्त मामले को लेकर विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी डी एस राजपूत से फोन से जानकारी लेना चाहें पर उन्होंने फोन रिसीव नही किये।
सागर सिंह बैस अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी मुंगेली
समस्या को लेकर शाला प्रबन्धन समिति से चर्चा किया जाएगा जल्द समस्या के निदान के लिए कहा जायेगा।
सीसी रोड के लिए व नाली निर्माण के लिए नगर पंचायत से मांग की गई थी , लेकिन उक्त मांग को ध्यान नहीं दिया जा रहा है, स्कुल परिसर के अंदर सीमेन्ट कांक्रिट सड़क निर्माण कराये जाने की मांग कलेक्टर से की जायेगी। परिसर के सामने वाले दरवाजे को खोलने के लिए स्कूल प्रबंधन से चर्चा करूंगी।
किरण राकेश दुबे ,
वार्ड-पार्षद
स्कूल के अंदर पानी भराव का कारण पानी निकासी नहीं होना है। नाली तो बना है पर वो मलबे में दब गया है इसके लिए नगर पंचायत के अधिकारी को जानकारी दिये हैं, पर अभी तक पहल नहीं हुई है।
देवी जायसवाल
अध्यक्ष शाला शिक्षण समिति महंत जगन्नाथ हायर सेकेण्डरी स्कुल लोरमी