ApnaCg@रुक्मणी विवाह प्रसंग सुन भाव विभोर हुए श्रद्धालु, भगवान श्रीकृष्ण के लगाए जयकारे
मुंगेली@अपना छत्तीसगढ़ – शहर से 02 किलोमिटर की दूरी पर स्थ्ति ग्राम देवगांव में नवयुवक लक्ष्मी उत्सव समिति की ओर से संगीतमय श्रीमद भागवत पुराण कथा तथा लक्ष्मी उत्सव का आयोजन किया गया है जिसमें कथा वाचक पं. रितुराज तिवारी महराज एवं परायणकर्ता पं सत्यम पाण्डेय द्वारा श्रीमद भागवत पुराण कथा का सुंदर वाचन किया जा रहा है। बुधवार को श्रीमद् भागवत कथा में श्रीकृष्ण और रुक्मणी का विवाह बड़े ही धूमधाम से मनाया गया।
विवाह उत्सव के दौरान कई भजनों की प्रस्तुति दी गई इस मौके पर श्रद्धालुओं ने जमकर नृत्य किया। कथावाचक पं. रितुराज तिवारी महराज ने रास पंच अध्याय का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि महारास में पांच अध्याय है। उनमें गाए जाने वाले पंच गीत भागवत के पंच प्राण है। जो भी ठाकुरजी के इन पांच गीतों को भाव से गाता है वह भव पार हो जाता है। उन्हें वृंदावन की भक्ति सहज प्राप्त हो जाती है। श्री कृष्ण का बाज लीला गार्वधन पूजा और रुकमणी विवाह के प्रसंग का संगीतमय भावपूर्ण पाठ किया गया।
कथा के दौरान महाराज पं. रितुराज तिवारी ने कहा कि महारास में भगवान श्रीकृष्ण ने बांसुरी बजाकर गोपियों का आह्वान किया और महारास लीला द्वारा ही जीवात्मा परमात्मा का ही मिलन हुआ। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने 16 हजार कन्याओं से विवाह कर उनके साथ सुखमय जीवन बिताया। भगवान श्रीकृष्ण रुकमणी के विवाह की झांकी ने सभी को खूब भाव विभोर किया। भागवत कथा में रूकमणी विवाह के आयोजन में श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। श्रीकृष्ण रुकमणी की वरमाला पर जमकर फूलों की बरसा की गई। कथा के अंत में पारीक्षत यजमान सोनु पटेल श्रीमति सुमरित पटेल एवं पंडा रामचंद्र पटेल श्रीमति शिवबती पटेल एवं पुरे नवयुवक समिति द्वारा भागवत गीता की आरती उतारकर लोगों को प्रसाद वितरित किया। इस अवसर पर परमेल पटेल, अंकुश पटेल, मनीष पटेल, काशी प्रसाद, पुष्पेन्द्र, मुक्तानंद,डिगेन्द्र,भुपेन्द्र मोनेश, स्वनिल, दिपक, खुबीराम, गजेन्द्र तुकेश, सहित पुरे ग्रामवासी उपस्थित रहें ।