ApnaCg @बाउंसरो की मौजूदगी में मेसर्स फिल स्टील एंड पावर प्राइवेट लिमिटेड की ग्राम घुटकू में जनसुनवाई हुई।
ग्रामीण और बाउंसरो के बीच कई बार झड़प होते देखी गई लेकिन् पुलिस मुकदर्शक बनी रही।
समाजिक कार्यकर्ता राधेश्याम शर्मा को भी बाउंसरो ने धमकाने का प्रयास किया?
रूपचंद राय @बिलासपुर (अपना छत्तीसगढ़) – जब सरकारे किसानो से मुँह फेरे लेती है उद्योगो को स्थापित करने के लिए किसानो की फ़सले खराब होने लगती है नियमों की धज्जिया उड़ाते हुए प्रशासन र्और सरकार दोनो किसानों से मुँह मोढ़ लेती है तब किसान मजबूर् होकर सड़क मे उतरता है तब सत्ता परिवर्तन होता दिखाई देने लगता हैं यही होता दिख रहा है अब छत्तीसगढ़ मे ? बिलासपुर से मात्र 15 किलोमीटर दूर ग्राम घुटकू मे मेसर्स फिल स्टील एंड पावर प्राइवेट लिमिटेड की पर्यावरणीय जनसुनवाई हुई.जिसमे ग्रामीणों और उद्योगपति के द्वारा लाये गये बाउंसर के बीच कई बार विवाद होते देखा गया और छत्तीसगढ़ की पुलिस मुकदर्शक की तरह ये सब होते देखती रही । ग्राम घुटकू के शासकीय स्कूल मे चल रही जनसुनवाई मे हजारों की संख्या प्रभावित ग्राम पंचायतो के ग्रामीण अपना विरोध दर्ज कराने पहुँचे थे वही उद्योगपति ने भी बाउंसरो की पुरी फौज तैयार रखी थी हम इसलिए उद्योगपति पर सीधे आरोप लगा रहा है की ग्रामीण अपनी समस्याओ के लिए बाउंसरो को नही बुला सकते लेकिन उद्योगपति ग्रामीणों को डराने धमकाने के लिए इनका इस्तेमाल जरूर कर सकते है ?
पर्यावरण प्रेमी समाजिक कार्यकर्ता राधेश्याम शर्मा ने जनसुनवाई कराने आये अधिकारियों पर fir दर्ज कराने की बात कही :- जनसुनवाई मे ग्रामीणों ने जोरदार विरोध दर्ज किया गया पर्यावरण प्रेमी,समाजिक कार्यकर्ता राधे श्याम शर्मा ने भी ग्रामीणों के पक्ष मे अपना पक्ष रखा और उन्होने प्रशासन पर् आरोप लगाया जो जनसुनवाई हो रही है वो गलत नियमों के तहत की जा रही है शर्मा ने ग्रामीणों को कहा कि इन जनसुनवाई कराने आये अधिकरियो पर सबसे पहले fir दर्ज कराओ जो गलत नियमों के तहत जनसुनवाई कराने यहां आये हुये है उसके बाद उन्होंने उद्योगपति द्वारा प्रशासन को दिये दस्तावेज पर भी प्रश्न चिन्ह खड़ा किया कि जो दस्तावेज उद्योगपति फिल कोल के मालिक ने प्रशासन को दिया है वो भी गलत है उसकी भी जाँच की जाये । ग्रामीणों के पक्ष मे आप पार्टी के दिलीप अग्रवाल ने भी प्रशासन के समक्ष विरोध दर्ज कराया:- आप पार्टी के दिलीप अग्रवाल ने जनसुनवाई मे ग्रामीणों कि तरफ से उनकी समस्याओ को लेकर उद्योग् स्थापित होने के पहले और बाद मे होने वाली समस्याओ से प्रशासन को अवगत कराया और ग्रामीणों का पक्ष लेते हुए उद्योग न लगाने के लिए जनसुनवाई मे अपना विरोध दर्ज कराया। कई ग्राम पंचायतो के ग्रामीणों ने हजारो कि संख्या मे जनसुनवाई मे अपना विरोध दर्ज कराया है और उद्योग स्थापित होने कि दशा मे सड़क मे उतर कर आंदोलन करने की बात भी की ।