ApnaCg@निर्मोही माँ ने मानसिक रूप से विक्षिप्त 3 वर्ष की बेटी को नहर में फेंक भागी।
जितेंद्र पाठक /लोरमी@अपना छत्तीसगढ़ – लोरमी थाना क्षेत्र मे मानवता को शर्मसार करने वाली घटना निकल कर आयी है जिसमे एक अज्ञात महिला के द्वारा करीब 3 वर्ष की मानसिक रूप से विक्षिप्त बच्ची को नहर मे फेंक दिया गया जिसे खेत मे काम कर रहे तीन युवकों के द्वारा सकुशल निकाला गया जिसके बाद घटना की जानकारी लोरमी थाना प्रभारी को दी गयी। वहीं युवकों के द्वारा बच्ची को नहर से निकालने के बाद गोड़खाम्ही के उपसरपंच के घर के पास लाया गया जहां घटना की जानकारी होने के बाद ग्रामीणों के द्वारा बच्ची को प्राथमिक उपचार के लिए लोरमी समुदायिक अस्पताल मे भर्ती कराया गया है जहां उसका उपचार किया जा रहा है।
वहीं लोरमी पुलिस के द्वारा उक्त अज्ञात महिला की खोजबीन की जा रही है। प्रत्यक्षदर्शी ने बताया की जब वो अपने खेत मे काम कर रहा था तो एक महिला बच्ची को नहर मे फेंक कर भाग निकली जिसे वो देख नही पाया आनन फानन मे हमारे द्वारा बच्ची को नहर से निकाल गया। बच्ची का उपचार कर रहे डॉक्टर ने बताया की बच्ची को अभी ऑक्सीजन मे रखा गया है अभी उसकी स्थिति सामान्य है लेकिन ऐसा लगता है की बच्ची मानसिक रूप से विक्षिप्त है। वहीं लोरमी थाना प्रभारी के द्वारा घटना की जानकारी चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को दी गयी जिसके बाद कमेटी के सदस्य लोरमी अस्पताल पहुँचे जहाँ बच्ची के उपचार के पश्चात लीगल प्रोसीजर कर बच्ची को सुरक्षित स्थान पर रखा जायेगा।
सोचने वाली बात यह है की क्या ममता इतनी कमजोर हो गयी है जो मानसिक रूप से विक्षिप्त बच्ची को मरता हुआ छोड़कर फरार हो गयी। लेकिन एक कहावत है न जो आज के परिवेश मे सही साबित हो रही है की मारने वाले से बड़ा बचाने वाला होता है। इस मानसिक रूप से विक्षिप्त बच्ची को मरने के लिए नहर मे फेंक कर महिला तो फरार हो गयी लेकिन उसे बचाने के लिए कुछ युवक बच्ची के लिए फरिश्ता बनकर वहाँ पहुँच गये और उसे बचाने मे कामयाब हुए। फिलहाल लोरमी पुलिस उक्त अज्ञात महिला की खोजबीन कर रही है उक्त महिला के मिलने पर ही पता चलेगा की आखिर वजह क्या थी जो उस निर्मोही महिला ने इतना बड़ा कदम उठाया।