ApnaCg @डाॅक्टर के शिकायत पत्र के आधार पर बीएमओ ने निजी एम्बुलेस चालक के खिलाफ कराया थाना में अपराध पंजीबद्ध,
निजी एम्बुलेंस चालक ने गाली गलौच की शिकायत को लेकर डाॅक्टर के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराया थाने में
जितेंद्र पाठक @लोरमी – 50 बिस्तर मातृ शिशु अस्पताल में ईलाज व निजी एंबुलेस चालक के द्वारा बिना अनुमति मरीज को ले जाने को लेकर आरोप प्रत्यारोप सामने आया जिसमें डाॅक्टर ने आरोप लगाया कि गंभीर मरीज का प्राथमिक उपचार और मुलाहिजा पूर्ण किये बिना निजी एंबुलेंस चालक अजय टण्डन व वैभव शर्मा के द्वारा बिना अनुमति के मरीज को एंबुलेस बैठाकर निजी अस्पताल में ले गया। वही दुसरी ओर मरीज एवं निजी एंबुलेंस चालक के द्वारा डाॅक्टर के द्वारा धमकी देने व निजी अस्पताल में ले जाने की बात को लेकर मामला दर्ज कराया गया। निजी एंबुलेस वाहन चालाक के उपर किया गया अपराध पंजीबद्ध।मामला लोरमी के 50 बिस्तर मातृ शिशु अस्पताल की है जो कि सड़क दुर्घटना में घायल हुए मरीज के इलाज से जुड़ा है। लोरमी के जोगीपुर में रहने वाला कामता नवरंग नाम का युवक 19 फरवरी को सड़क दुर्घटना में गंभीर रुप से घायल हो गया था। जिसके बाद उसे प्राथमिक उपचार के लिए लोरमी के सरकारी 50 बिस्तर मातृ-शिशु अस्पताल में लाया गया था।
मामला यही से होता है जिसमें ड्युटी पर उपस्थित डाॅ रूपेश साहू के द्वारा लोरमी खण्ड चिकित्सा अधिकारी को पत्र लिखकर जानकारी दिये कि 19 फरवरी को मैं रात्रि करीब 8 बजे आपातकालिन चिकित्सा ड्युटी के लिए 50 बिस्तर मातृ शिशु अस्पताल में उपस्थित हुया तो दरवाजे पर वैभव शर्मा के द्वारा मुझे रोककर रिफर मरीज को भेजने के लिए आग्रह करते हुए उचित कमीशन दिलाने की बात कहा, डाॅ रूपेश ने पत्र में बताया कि दिनांक 19 फरवरी को गंभीर मेडिको लीगल केस जिसका मुलाहिजा और प्राथमिक उपचार भी पुर्ण नहीं हो पाया था उसे निजी एंबुलेस सीजी 18 के 3844 के चालक अजय टण्डन के द्वारा बिना अनुमति के बिना ही मरीज को अपने एंबुलेस में बिठाकर निजी अस्पताल ले जा रहे थे। निजी एंबुलेस वाहन के लोग अनावश्यक रूप से शासकीय अस्पताल के परिसर में उपस्थित रहते है और मरीज के परिजनों को इनके द्वारा निजी अस्पताल में जाने के लिए गुमराह किया जाता रहता है जहाॅ इन्हे मोटी कमीशन मिलता है। डाॅ रूपेश साहू के द्वारा ऐसे लोगों के खिलाफ जल्द ही कानुनी कार्यवाही किये जाने की मांग किया जिस पर लोरमी बीएमओ के द्वारा डाॅ रूपेश साहू के शिकायत को आधार बनाते हुए लोरमी बीएमओ नें मामले की रिपोर्ट लोरमी थाना में दर्ज करा दी है। जिसमें दोनों के खिलाफ धारा 186 के तहत अपराध भी लोरमी थाना पुलिस नें पंजीबद्द कर लिया। वहीं इस घटना के बाद एंबुलेंस चालक और उसके सहयोगी की ओर से भी डाक्टर रुपेश साहू के खिलाफ धमकी देनें का आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दर्ज कराई है। जिस पर अभी लोरमी थाना पुलिस ने किसी तरह का कोई अपराध पंजीबद्द नहीं किया है। घायल मरीज के भाई मोहन नवरंग का आरोप है कि 50 बिस्तर मातृ शिशु अस्पताल में डाॅ रूपेश साहू के द्वारा समय पर इलाज नही किया जा रहा था जिसके बाद परिजनों नें मरीज को रेफर कराना चाहा। लेकिन इलाज के दौरान ड्यूटी पर तैनात डाक्टर रुपेश साहू के द्वारा लगातार उन्हे अपने बताये अस्पताल में ले जाने को लेकर दबाव बनाया जा रहा था। वहीं डाक्टर के द्वारा उसी कंडीशन में रेफरल लेटर देने की बात कह रहा था। मरीज की हालत बिगड़ता देख परिजन उसे निजी एंबुलेंस किसी तरह बिलासपुर ले गये। वहीं इस मामले में नया मोड़ तब आया जब वाहन चालक जो कि आरोपी भी बनाये गये हैं। वैभव शर्मा और अजय कुमार टंडन की ओर से एक शिकायत लोरमी थाने में की गई जिसमें सरकारी डाक्टर रुपेश साहू की ओर से दोनों को धमकानें का आरोप लगाया गया है। इस मामले में लोरमी थाना पुलिस नें डाक्टर के खिलाफ कोई भी अपराध पंजीबद्ध नही किया है। जबकि मरीज के भाई ने ये साफ तौर पर कह रहें है कि अस्पताल मे ठीक तरह से घंटों इंतेजार के बाद भी इलाज नही होनें के चलते वो अपनी इच्छा से मरीज की जान बचानें के लिए मरीज को लेकर बिलासपुर गये। लेकिन वही हम आपको बता दे कि कमीशन का खेल कही छुपा नहीं है कमीशन को लेकर निजी एम्बुलेस चालक जहाॅ उन्हे ज्यादा कमीशन मिलता है और मरीज के आर्थिक स्थिति को पता कर निजी अस्पतालों में छोड़ा जाता है। निजी एम्बुलेस की ऐसे मामले लोरमी में ही नहीं काफी जगहों पर सुनने को आया है लेकिन इस पर किसी भी प्रकार से कोई अंकुश नहीं लगाया जा सका जिसका खामियाजा मरीज के परिजनों को भुगतना पड़ता है मोटी रकम देकर अस्पतालों में। वही एम्बुलेस चालक के द्वारा निजी अस्पताल में ले जाने की बात डाॅक्टर के द्वारा कहे जाने की बात कर रहे है निजी एम्बुलेस चालक हो या फिर डाॅक्टर दोनो अपने कमीशन के लिए दुसरे अस्पतालों में भेजते है खामियाजा तो मरीज के परिजनों को भुगतना पड़ता है।
क्या कहना है
गंभीर मेडिको लीगल केस जिसका मुलाहिजा और प्राथमिक उपचार भी पुर्ण नहीं हो पाया था जिससे निजी एबुंलेस चालक अजय टण्डन व वैभव शर्मा के द्वारा ले जा रहे थे जिसकी शिकायत मेरे द्वारा अपने अधिकारी से किया गया। मेरे उपर जो आरोप लगाये है वो बेबुनियाद और झुठी है।
डाॅक्टर रूपेश साहू
मुझे मरीज के परिजन के द्वारा फोन पर बुलाये बिलासपुर जाने के लिए जब अस्पताल आया तो डाॅ रूपेश साहू मुझे मरीज को अपने पहचान के बिलासपुर के एक निजी अस्पातल में ले जाने के लिए कहा नहीं ले जाने पर रिफर कागज नहीं दुॅगा और ना ही गाड़ी में बैठने दुॅगा, और तुम्हारे खिलाफ कार्यवाही करवाउंगा। मेरे द्वारा थाना में डाॅ रूपेश साहू के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर थाने में आवेदन दिया हूॅ और एफआईआर की मांग कर रहा हुॅ।
वैभव शर्मा निजी एम्बुलेस वाहन चालक
डाॅ रूपेश साहू के द्वारा मुझे लिखित में शिकायत दिया गया कि निजी एम्बुलेस चालकर अजय टण्डन व वैभव शर्मा के द्वारा प्राथमिक उपचार व बिना मुलाहिजा के मरीज को एम्बुलेस में शिफट कर लिया गया था। जिसकी शिकायत के आधार पर मैने थाने में शिकायत दर्ज कराया। एम्बुलेंस चालक के द्वारा किसी भ्ीा प्रकार से कोई शिकायत मुझसे नहीं किया गया।
डाॅ जीएस दाउ बीएमओ लोरमी
लोरमी बीएमओ के द्वारा लिखित आवेदन दिया गया जिसको लेकर अजय टण्डन व वैभव शर्मा के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया गया है। वैभव शर्मा व अजय टण्डन के द्वारा डाॅ रूपेश साहू के खिलाफ लिखित आवेदन कर गाली गलौच करने की शिकायत किया गया जिस पर जाॅच कर उचित कार्यवाही किया जायेगा।