ApnaCg @धान बिचौलियों पर नकेल कसने एसडीएम ने दिए भौतिक सत्यापन के निर्देश
दीपक साहू @पथरिया – बीते कुछ दिनों से मौसम में बदलाव के कारण धान खरीदी में ग्रहण लग चुका था । रुक रुक कर हो रही बारिश से खरीदी कार्य बाधित हो रही थी और क्षेत्र के किसान अपना धान बेचने को लेकर चिंतित नज़र आ रहे थे । इसी बीच छत्तीसगढ़ की भुपेश सरकार ने किसानों को राहत देते हुए धान खरीदी की समयसीमा बढ़ाते हुए 31 जनवरी से 7 फरवरी कर दी है, जिससे एक ओर किसानों में हर्ष व्याप्त है, वही धान खरीदी की समयसीमा बढ़ने से धान बिचौलिए भी सक्रिय हो गए है। ऐसे में खरीदी केंद्रों में बिचौलियों का धान रोकने के लिए पथरिया एसडीएम ने टोकन कटा चुके किसानों के धान का भौतिक सत्यापन करने के निर्देश दिए है। मुंगेली कलेक्टर अजित वसंत के निर्देशानुसार पथरिया एसडीएम ने नायाब तहसीलदार,खाद्य विभाग के अधिकारी, पटवारी, कोटवार समेत जांच दल का गठन किया है।
जो टोकन कटवाने वाले किसानों के घरों में जाकर उनके धान का भौतिक सत्यापन कर रहे है ,तत्पश्चात धान की खरीदी कर रहे है। एसडीएम के इस पहल से बिचौलियों की नींद हराम हो चुकी है और उनके मंसूबो पर पानी फिरता नज़र आ रहा है। सोमवार के दिन एसडीएम प्रिया गोयल के निर्देशन में नायाब तहसीलदार वेदकुमार सोनकर ने धान उपार्जन केंद्र लौदा के किसान राधेश्याम और उपार्जन केंद्र गोइन्द्री के किसान मिथलेश कुमार लहरे द्वारा धान विक्रय हेतु जारी टोकन के आधार पर उनका भौतिक सत्यापन किया ।जहाँ जांच उपरांत सब सही मालूम पड़ा । एसडीएम प्रिया गोयल ने बताया कि धान कटने के बाद बिचौलिए अथवा गल्ला व्यापारी किसानो से कम दाम में धान खरीद कर रखते है और उन्हें समर्थन मूल्य पर शासन को विक्रय करते है ,जिससे शासन को राजस्व की क्षति होती है। ऐसे लोग धान खरीदी के आखिर समय मे अधिक सक्रिय हो कर उपार्जन केंद्रों में अपना धान बेचते है । भौतिक सत्यापन में माध्यम से ऐसे लोगो पर नकेल कसने की कोशिश की जा रही है।