ApnaCg @केंद्र सरकार के द्वारा बजट पेश किया गया जिसमें किसी ने बजट को बढ़िया कहा तो किसी ने इस बजट की बेकार कहा
जितेंद्र पाठक @लोरमी – केंद्र सरकार के द्वारा बजट पेश किया गया जिसमें किसी ने बजट को बढ़िया कहा तो किसी ने इस बजट की बेकार कहा।
बजट जनहित में बढ़िया और संतुलित बजट है इस बजट में सभी का ख्याल रखा गया है।
बजट को बेहद दिशाहीन और उद्देश्यविहीन बताते हुए इसमें रोजगार बढ़ाने, किसानों तथा गरीबों के उत्थान की कोई योजना नहीं है. निराशा भरा रहा बजट से किसानों को पीएम किसान निधि में इजाफे की उम्म्मीद थी लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी, जनता को बहुत आशा था कि महंगाई से राहत के लिये कुछ घोषणा करेंगे लेकिन महंगाई से राहत दिलाने के लिये केन्द्र बजट में कुछ भी नहीं
इस बजट में किसान, बेरोजगार महिलाओं सभी को ध्यान में रखकर बजट बनाया गया।
बहुत ही सराहनीय बजट विकास के नित नए आयाम गढ़ेगा यह बजट।किसानों के हितों का रखा गया ख्याल,युवाओ महिलाओं का के लिए भी अवसर।
मोदी सरकार का 2022 का यूनियन बजट भारत के विकास की मजबूत आधारशिला रखने वाला बजट है नए भारत का 25 वर्ष की योजना के साथ बजट है चाहे 80 लाख प्रधानमंत्री आवास की योजना हो 60 हजार करोड़ शुद्ध पेयजल के लिए घर-घर तक नल के द्वारा पानी पहुंचाने की बात हो भारत के प्रत्येक ग्राम को डिजिटल इंडिया के तहत ब्रॉडबैंड से जोड़ने की बात हो 400 नए वंदे मातरम ट्रेन की बात हो डिजिटल करेंसी डिजिटल यूनिवर्सिटी सहित गांव गरीब किसान और युवाओं के लिए क्रांतिकारी बजट है नेचुरल फार्मिंग और डिफेंस के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता नेशनल हाईवे के माध्यम से विकास की आधारभूत संरचना को प्रमाणिकता के साथ धरातल पर उतारने का प्रयास।
देश के विकास में किसानों के महत्व को समझते हुए किसानों के कर्ज माफ और बिजली दर में कमी करके किसानों की आमन्दनी में वृद्धि की जा सकती है।विगत २वर्षों में शिक्षा की गुणवत्ता में कमी आई है शासन ने शिक्षा के बजट में कमी की है देश के भविष्य को बेहतर करने के लिए शिक्षा के बजट में वृद्धि की आवश्यकता है। मध्यम वर्ग कोरोना काल मे महंगाई की मार झेल रहे है रोजमर्रा की वस्तुओं पर महंगाई को लगाम लगाना चाहिए कुल मिलाकर यह बजट मध्यम वर्ग के लिए कुछ नही है।
यह बजट ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए कृषि के क्षेत्र में किसानों की आय दोगुनी करने प्राकृतिक कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में आर्थिक सहयोग करेगा | कृषक अपने उत्पादों का मूल्य संवर्धन कर अपनी आय में वृद्धि कर सकता है गरीबों , मध्यमवर्ग , काश्तकार सभी वर्गों की सर्वांगीण विकास के लिए यह बजट कारगर साबित होगा , युवाओ को स्वरोजगार उद्यमियों को स्वावलंबी बनाने में कारगर है | कोविड-19 के दौर में भी है भारत में टीकाकरण एवं खाद्यान्न वितरण आदि सुविधाएं जनता को मिला है और उसके पश्चात भी टैक्स में वृद्धि नहीं होना यह वित्त मंत्री जी की दूरदर्शिता है | यह बजट सभी वर्गों का सर्वांगीण विकास करने में सक्षम है देश का चौमुखी विकास होगा , इस बजट से रोजगार भी बढ़ेगा व्यापार भी बढ़ेगा ग्रामीण अर्थव्यवस्था भी सुदृढ़ होगी देश स्वाभिमानी और स्वावलंबी भी होगा ऐसी बजट के लिए आदरणीय वित्त मंत्री जी को बहुत-बहुत साधुवाद |
गरीब किसान, मजदूर, व्यपारी, कर्मचारी, अधिकारी, महिला, युवा सभी बेरोजगारी महंगाई की मार से आहत है। केन्द्र सरकार सिर्फ उद्योगपति व अपने पार्टी का सरकार है। देश के हित मे निर्णय लेना उनको स्वीकार नही है। केंद्र सरकार की एक ही योजना है कि गरीबो को और गरीब बनाओ।
ये बजट अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के साथ ही सामान्य मानवों के लिए भी अनेक अवसर बनाएगा, इसमे ग्रीन जॉब का नया क्षेत्र भी शामिल किया गया है, ये बजट तत्कालीन आवश्यकताओं का समाधान करता है और देश के युवाओ के उज्जवल भविष्य को भी सुनिश्चित करता है, किसानो के लिए किसान, वंदे भारत ट्रैन, डिजिट, नेशनल हेल्थ के लिय डिजिटल ईको सिस्टम है, इनका लाभ युवा, गरीब, दलित, पिछड़े ,और सभी वर्गो को मिलेगा, गरीब का कल्याण एक महत्वपूर्ण पहलू है इस बजट का हर गरीब के पास पक्का घर हो, नल से जल आता हो, शौचालय हो, गैस की सुविधा हो, इसका विशेष ध्यान दिया गया है, साथ आधुनिक इंटेरनेट पर भी ध्यान दिया गया है, महिलाओ को आत्मनिर्भर करना इस बजट मे प्राथमिकता पर रखा गया है।
बजट 2022 से हर तबके को निराश किया है। युवाओं को एक बार फिर 60 लाख रोजगार का झांसा दिया गया। किसानों को एमएसपी का कोई ठोस आश्वासन नहीं। हमने पूरे बजट को काफी गौर से देखा और सुना पर दुर्भाग्य की बात है कि ये पूरा बजट सिर्फ प्रधानमंत्री के मित्र पूंजीपतियों को केंद्र में रखकर ही बनाया गया है।युवाओं को एक बार फिर झासा दिया गया है, किसान,मजदूर और निम्न तबके को दरकिनार कर दिया गया है।सरकार ने इस बजट में गांव, खेत-खलिहान को पूरी तरह से अनदेखा किया है।