ApnaCg @आचार्य परम आलय जी के जीवनोपयोगी सूत्र अच्छे स्वास्थ्य के लिए उपयोगी
रायपुर –छोटे-छोटे प्रयोगों के माध्यम से जीवनशक्ति को विकसित करने एवं बिना दवाई के स्वास्थ्य रहने के सन-टू-ह्यूमन के प्रमुख आचार्य परम आलय के सूत्रों को समझकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित उपस्थित सभी विधायकों ने रुचि दिखाते हुए जन सामान्य के स्वास्थ्य हित को ध्यान में रखते हुए राज्य में सन-टू-ह्यूमन के मेडिटेशन शिविर आयोजित कराए जाने की इच्छा जताई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा बुधवार शाम अपने निवास पर आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में आचार्य परम आलय ने ब्रेन की शक्तियों को विकसित करने एवं भोजन पद्धति में परिवर्तन लाकर अस्पताल एवं दवाईयों से मुक्त होने के सूत्रों को छोटे-छोटे प्रयोगों के माध्यम विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने सशक्त एवं स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए युवा पीढ़ी की वर्तमान जीवनशैली को विकल्प सहित दिशा देने की बात की। जिससे प्रभावित होकर सभी विधायकगणों ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में सन-टू-ह्यूमन के मेडिटेशन शिविर आयोजित करने की बात कही। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए आचार्य परम आलय जी द्वारा प्रस्तुत जीवानोपयोगी सूत्र लोगों के लिए उपयोगी है। इसे सीखना और अपनाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान पूरी तन्मयता से आचार्य परम आलय जी के सूत्रों को समझा और राज्य के लोगों के हित मे इसका व्यापक स्तर पर आयोजन सुनिश्चित करने की रूपरेखा निर्धारित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि रायपुर में आचार्य परम आलय जी का दस दिवसीय शिविर का आयोजन किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में महापौर रायपुर को आवश्यक व्यवस्था के संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी करने की बात कही। आचार्य परम आलय ने बताया कि हम बेचैनी, तनाव, चिड़-चिड़ापन, क्रोध, भय एवं कामवासना की शक्तियों को कैसे संकल्प में परिवर्तित करें, जिससे हमारा परिवार, समाज, हमारा शहर, हमारा राज्य एवं हमारा देश शक्तिशाली व समृद्ध बन सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि यहां न समाज बदलने की बात की जाती हैं, न समूह बदलने की। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी सहज सरल टेक्निक के माध्यम से हम खुद को बदल कर जीवन का वास्तविक आनंद प्राप्त कर सकते है। कार्यक्रम के समापन पर 6 रस से परिपूर्ण स्वादिष्ट, ऊर्जावान एवं स्वास्थ्यवर्धक स्वल्पाहार भी उपस्थित मंत्री उमेश पटेल छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. श्रीमती किरणमयी नायक, संसदीय सचिव कुंवरसिंह निषाद, इंदरशाह मंडावी, यू.डी. मिंज, श्रीमती रश्मि आशीष सिंह, रेखाचन्द जैन, विधायक डॉ. विनय जायसवाल, गुलाब कमरो, भुवनेश्वर बघेल, रामकुमार यादव, शैलेश पांडेय, संतकुमार नेताम, डॉ. लक्ष्मी ध्रुव, डॉ. के.के. ध्रुव, पुरुषोत्तम कंवर, प्रकाश नायक, लालजीत राठिया, मोहित केरकेट्टा सहित कई जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।