ApnaCg @प्रशासनिक-अधिकारी वापस जाओ के नारे-लगे जनसुनवाई में मेसर्स-फिल-स्टील-एंड पावर-कोल-बेनिफिट प्राइवेट-लिमिटेड का ग्रामीणों ने किया भारी विरोध
बिलासपुर @अपना छत्तीसगढ़ – जनसुनवाई के दौरान ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न हो स्कूल के अंदर और बाहर जिला-प्रशासन के प्रशासनिक-अधिकारियों जिला-पुलिस बल के एडिशनल-एसपी रेंज के पुलिस-अधिकारियों की मौजूदगी के अलावा भी मेसर्स-फिल-स्टील-एंड-पावर-मेसर्स-फिल-कोल-बेनिफिट प्राइवेट-लिमिटेड के बाहुबली-धनाधिपति-संचालक के द्वारा अपनी सुरक्षा के लिए बड़े-बड़े मॉल में रहने वाले हट्टे-कट्टे बॉडी-बिल्डर टाइप के बाउंसरों की भी बुला रक्खा था जो कि स्कूल के गेट पर ही तैनात किए गए थे-?बाउंसरों के अलावा पूरे सुनवाई के दौरान कोलवाशरी संचालक के इर्दगिर्द-देश के पीएम की सुरक्षा में रहने वाले एसपीजी की तरह दिखने वाले काले चश्मे और काले ड्रेस-काले बैग से लैस सुरक्षा कर्मी भी तैनात किए गए थे..शायद कोलवाशरी-संचालक को जिला-प्रशासन के प्रशासनिक-अधिकारियों व जिला-पुलिस बल पर भरोसा कम था-?पूरे सुनवाई के दौरान कोलवाशरी के विस्तार के विरोध होते रहे-?इधर जिला-प्रशासन के प्रशासनिक-अधिकारी सुनवाई के दौरान कुर्सी से चिपके हुए पंखे-कूलर के बीच भी पसीना पोछते दिखाई दिए-?विरोध होता देख सफेद कुर्ते में जो कि शुरुआत में रिन की चमकार से ज्यादा चमक रहा था..बाद में उन्ही के वाशरी से निकलने वाले काले-डस्ट से मैला हो चुका कुर्ताधारी-वाशरी-संचालक किसी न किसी के साथ बैठक करते नजर आते रहे..बैठक करने के दौरान कभी मोबाइल पर हाथ लगाते रहे-?बैठक में बैठने वाले कुछ प्रदर्शनकारी-नेता-जन प्रतिनिधि-टाइप के लोगों के हाव-भाव से मानो ऐसा लग रहा था..कि वो वाशरी संचालक से कह रहे हो की डिजिटल-पेमेंट फोन-पे गूगल-पे की सुविधा भी हमारे पास मौजूद हैं..इस दौरान वाशरी संचालक बैठने वाले कुछ लोगो के अंगूठे भी पकड़ रहे थे..हो सकता है..कियोस्क-बैंक की तरह अंगूठा लगाकर सीधे खाते में ट्रांसफर की भी व्यवस्था रही होगी या फिर किसी का आधार-कार्ड ही लिंक न होने के कारण ट्रांसफर न हो पाया हो ये पूरा सिलसिला सुनवाई के दौरान काफी देर तक चलता रहा रहा..जिसे “हरितछत्तीसगढ़” सवांददाता ने अपने कैमरे में कैद कर लिया था।
हरित सामाजिक-कार्यकर्ता राधेश्याम-शर्मा ने जिला-प्रशासन सहित वाशरी-संचालक के खिलाफ नियम विरुद्ध सुनवाई को लेकर न्यायालय जाने की बात कही।
18-अप्रैल को जनसुनवाई के विरोध में जिला-कलेक्टर कार्यालय के घेराव के दौरान उपस्थित रहे पर्यावरण प्रेमी व सामाजिक कार्यकर्ता राधेश्याम-शर्मा ने भी 19-अप्रैल को हुए घुटकू में नियम विरुद्ध जनसुनवाई को लेकर जिला-प्रशासन के प्रशासनिक-अधिकारियों सहित वाशरी-संचालको को ग्रामीणों की उपस्थिति में खूब-खरी खोटी सुनाई काफी देर तक राधेश्याम शर्मा के धाराप्रवाह बोलने के बाद प्रशासनिक-अधिकारियों सहित वाशरीसंचालक के माथे पर बल दिखाई देने लगा..इसी बीच सुनवाई के दौरान ही ग्रामीणों में शामिल कुछ लोगो ने राधेश्याम-शर्मा के बोलने का विरोध करने लगे..जो कि बाद में वाशरी संचालक के ही सहयोगी बताए जा रहे थे.. प्रशासनिक-अधिकारियों के लंच कार्यक्रम के कुछ देर के बाद ग्रामीण-महिला पुरुष जनप्रतिनिधि-गण लंच बॉक्स का पैकेट रखे गेट के बाहर जाने लगे कुछ अंदर ही बैठकर खाने लगे..लंच बॉक्स के डिब्बे के क्या था..ये तो खाने वाला व लेकर जाने वाला ही बता सकता था..05-बजे तक चलने वाला जनसुनवाई-कार्यक्रम समय से पहले ही समाप्त कर दिया गया।
हरित आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता दिलीप-अग्रवाल ने जिला-प्रशासन के प्रशासनिक-अधिकारियों व वाशरी संचालक पर साठगांठ का आरोप लगाते हुए कहा कि कोलवाशरी के विस्तार के विरोध में 18-अप्रैल को ग्रामीणों के द्वारा जिला कलेक्टर घेरावकर ज्ञापन सौंपने के बाद भी 19-व-20-अप्रैल को जनसुनवाई करना जिला-प्रशासन के प्रशासनिक-अधिकारियों के द्वारा नियम विरुद्ध जनसुनवाई करना समझ से परे है जिला-पुलिस बल के साथ जिला-प्रशासन व बाउंसरो के साथ वाशरी-संचालक द्वारा दमनकारी नीति अपनाकर जनभावनाओ को कुचलना चाहती है..दमनकारी-नीति का पुरजोर तरीके से विरोध आगे भी जारी रहेगा..जिला-प्रशासन के प्रशासनिक-अधिकारियों व वाशरी-संचालक के खिलाफ आपराधिक-प्रकरण दर्ज कराने के साथ माननीय-न्यायालय के समक्ष लड़ाई लड़ी जायेगी..जरूरत पड़ी तो इसके खिलाफ दिल्ली-एनजीटी में भी याचिका दायर की जाएगी..लोकतांत्रिक-व-संवैधानिक अधिकारों के जरिये ये लड़ाई आगे भी जारी रहेगी।