ApnaCg@सिंचाई विभाग और ग्रामीणों की मदद से बनाया गया नहर को कब्जा कर बना दिया निजी सड़क,अब 60 एकड़ कृषि भूमि पर सिचाई का संकट
मनमोहन सिंह राजपूत/खैरा@अपना छत्तीसगढ़ – कोटा विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत खैरा चपोरा एनएचआई की सड़क होने के बाद भी सड़क किनारे नहर की जमीन पर अवैध कब्जा कर निजी उपयोग के लिए एक नई सड़क का निर्माण किया जा रहा है। जिसे विभाग की मदद से ग्रामीणों ने श्रमदान कर सिंचाई के लिए बनाया था। कब्जा होने के बाद खैरा चपोरा के किसानों को लगभग 50 से 60 एकड़ कृषि भूमि के सिचाई लिए पानी से वंचित होना पड़ेगा।
नहर की जमीन पर सीना ठोक कर सड़क का निर्माण कार्य लगभग ढाई माह से चल रहा हैं। जिसकी सुध तो सिंचाई विभाग को है और ना ही एनएचआई को।
आखिर किसके सह पर कच्ची नहर की जमीन को हड़प लिया गया । यह अपने आप में बड़ा सवाल है।ग्राम खैरा में सिंचाई विभाग ने कई वर्ष पहले एक बड़ा बांध बनाया । साथ ही बांध से खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए नहर भी बनाई है। कच्ची नहाते सिंचाई का कार्य पिछले कई वर्षों से जारी है। बड़े बांध से पानी छोड़ कर पहले तालाब में भरा जाता है और वहां से कच्ची नहर के माध्यम से किसानों को सिंचाई के लिए पानी पहुंचाया जाता है। लेकिन अब नहर पर कब्जा कर सड़क बनाने के बाद खैरा और ग्राम चपोरा मे करीब 50 से 60 एकड़ जमीन को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल पाएगा। नहर को कब्जा कर 340 मीटर लंबी अतिरिक्त सड़क बनाकर बनाने के साथ बकायदा खंभा गाड़ दिया गया जिससे किसानों को फसल कटाई और ढुलाई के लिए समस्या होगी।
जगन्नाथ सिंह आर्मो सरपंच ग्राम पंचायत खैरा – नहर की जमीन पर कब्जा कर सड़क बनाने बालों को मना किया गया था।लेकिन निर्माण करने वालों ने नहर बनाकर देने की आश्वासन दिए जाने पर कुछ नहीं किया गया।अब नहर की जमीन पर सड़क बनने से किसान परेशान हो रहे हैं। नहर बनाने के लिए प्रयास किया जाएगा।
सूरज साहू एसडीएम कोटा – नहर कब्जा करने प्रकरण संज्ञान में आया है इसके लिए तहसीलदार को निर्देशित भी किया गया है।पटवारी आर आई हड़ताल में है आने के बाद रिपोर्ट लेकर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।यदि कब्जा होगा तो संबंधित इरिगेशन विभाग को भी पत्र जारी किया जाएगा ताकि नहर पर अतिक्रमण ना हो।